2 महीने के बच्चे के माथे के बाल कैसे हटाएं?pregnancytips.in

Posted on Tue 18th Oct 2022 : 15:31

नवजात बच्चे के शरीर से अनचाहे बाल कैसे हटाएं? | Baby Body Hair Removal Tips In Hindi

IN THIS ARTICLE

लानुगो क्या हैं?
कितना आम है बच्चों के शरीर पर बाल होना?
नवजात शिशु के शरीर पर बालों की क्या भूमिका है?
नवजात शिशु के शरीर पर बाल कब तक रहते हैं?
नवजात शिशु के शरीर पर बालों से जुड़ी समस्याएं
बच्चे के बालों को हटाने के 7 घरेलू उपचार | बच्चों की लोई
अगर नवजात शिशु के शरीर से बाल न जाएं, तो क्या करें?
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

गर्भावस्था के नौ महीने और प्रसव के बाद अब आपका नन्हा-मुन्ना आपकी आंखों के सामने है। आप उसे छू सकती हैं और उसके स्पर्श को महसूस कर सकती हैं। यह अहसास आपकी उम्मीद से कई ज्यादा सुखदायक हो सकता है। इस दौरान शिशु की त्वचा थोड़ी-सी रूखी हो सकती है और उसके शरीर पर बाल भी हो सकते हैं। इन बालों को लानुगो कहा जाता है। हालांकि, लानुगो हर नवजात के शरीर पर नहीं होते, लेकिन अगर यह आपके शिशु के शरीर पर हैं, तो मॉमजंक्शन के इस लेख के जरिए आपको पता चलेगा कि उनका क्या मतलब है। साथ ही, हम आपको शिशु के शरीर से बाल हटाने के घरेलू नुस्खों के बारे में भी बताएंगे।

सबसे पहले हम यह जानते हैं कि लानुगो क्या होता है।
लानुगो क्या हैं?

भ्रूण और नवजात के शरीर पर मौजूद छोटे-छोटे बालों को लानुगो कहा जाता है। यह एक प्रकार के टिश्यू होते हैं, जो भ्रूण के विकास के लिए आवश्यक है। ये बहुत छोटे, कोमल और पतले बाल होते हैं, लेकिन शिशु के शरीर पर साफ दिखाई देते हैं। ये मानव शरीर पर पाए जाने वाले पहले प्रकार के बाल हैं (1)। ये बाल शिशु के स्कैल्प, माथे, गाल, कंधे और पीठ पर पाए जाते हैं (2)।

आइए, अब आपको बताते हैं कि शिशु के शरीर पर ये बाल होना कितना आम है।
कितना आम है बच्चों के शरीर पर बाल होना?

लगभग सभी नवजात शिशुओं के शरीर पर बाल होते हैं। ये उन शिशुओं में ज्यादा आम है, जिनका जन्म निर्धारित प्रसव तिथि (Pre-term birth) से पहले हो जाता है (2)।

लेख के अगले भाग में जानिये शिशु के शरीर पर मौजूद लानुगो का महत्व।
नवजात शिशु के शरीर पर बालों की क्या भूमिका है?

लानुगो, शिशु की त्वचा से वर्निक्स केसोसा (Vernix Caseosa) को जोड़े रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्निक्स केसोसा भ्रूण के शरीर पर एक सफेद परत होती है, जो उनकी त्वचा को किसी भी हानि से बचाती है और त्वचा की नमी बनाए रखती है। इसके अलावा, यह शरीर का आतंरिक तापमान और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखती है। शिशु के शरीर पर बाल न होने से वर्निक्स केसोसा शिशु की त्वचा पर नहीं टिकेगा और उसे वातावरण में मौजूद हानिकारक पदार्थों से नहीं बचा पाएगा।

इसके साथ ही यह गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के विकास में मदद करता है और प्रसव का समय नजदीक आते समय भ्रूण के विकास को नियंत्रित करता है। साथ ही भ्रूण को एमनियोटिक द्रव (एक पीला तरल पदार्थ, जो भ्रूण के आसपास रहता है) के हानिकारक प्रभाव से भी बचाता है (1)।

नीचे जानिए कि शिशु के शरीर पर ये बाल कब तक रहते हैं।
नवजात शिशु के शरीर पर बाल कब तक रहते हैं?

एक शोध के अनुसार, 30 प्रतिशत नवजात के शरीर पर जन्म के बाद भी बाल होते हैं, जो जन्म के कुछ हफ्तों में झड़ जाते हैं (1)। गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के शरीर पर लानुगो तीन महीने से लेकर आठ-नौ महीने तक रह सकते हैं। वहीं, कुछ बच्चों में डिलीवरी के बाद भी ये बाल रहते हैं। फिर जैसे-जैसे शिशु बड़ा होता जाता है, इनकी जगह वेल्लस (छोटे और पतले बाल) और टर्मिनल बाल (खोपड़ी, सीने और गुप्तांग पर पाए जाने वाले घने बाल) ले लेते हैं।

लेख के अगले भाग में जानिए नवजात के शरीर पर बालों से जुड़ी समस्याएं।
नवजात शिशु के शरीर पर बालों से जुड़ी समस्याएं

जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि नवजात शिशु के शरीर से लानुगो जन्म के कुछ हफ्तों बाद झड़ जाते हैं और इनका वापस आना न के बराबर होता है। इसलिए, शिशु को इन बालों से किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। वहीं, कुछ दुर्लभ परिस्तिथियों में लानुगो, बड़े बच्चों या वयस्कों के शरीर पर वापस आ सकते हैं। इसके कुछ कारण हो सकते हैं, जैसे:

एनोरेक्सिया नर्वोसा: एनोरेक्सिया नर्वोसा एक शारीरिक विकार है, जिसमें डाइटिंग या अधिक एक्सरसाइज करने की वजह से आपके शरीर का वजन जरूरत से ज्यादा कम होने लगता है। शरीर पर लानुगो का वापस आना एनोरेक्सिया नर्वोसा का एक लक्षण हो सकता है (3)।

कैंसर: एक शोध के अनुसार, प्रोस्टेट कैंसर के मरीज के शरीर पर लानुगो जैसे बाल आ सकते हैं। हालांकि, जरूरी नहीं कि ये सबके साथ हो। ऐसा दुर्लभ स्थितियों में भी हो सकता है (4)।

सीलिएक रोग: ग्लूटेन का सेवन करने से शरीर में होने वाले प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से सीलिएक रोग हो सकता है। इस बीमारी में पेट में मरोड़, सूजन और छोटी आंत में समस्या और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सीलिएक रोग में चेहरे पर लानुगो आ सकते हैं। यह समस्या पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में होना आम है (5)।

आइए, अब आपको शिशु के शरीर से बाल हटाने के कुछ घरेलू उपायों से परिचित करवाते हैं।
बच्चे के बालों को हटाने के 7 घरेलू उपचार | बच्चों की लोई

नीचे दिए उपायों की मदद से आप अपने शिशु के शरीर से बाल यानी लानुगो को हटा सकते हैं।

बेसन को दूध के साथ गूंथ कर उसकी लोई बना लें। आप चाहें तो इसमें एक चुटकी हल्दी भी मिला सकती हैं। इस लोई से शिशु के शरीर पर मसाज करने से शरीर के बालों से राहत मिल सकती है।

दो से तीन ब्रेड को दूध में मिलाकर पेस्ट जैसा बना लें। इस पेस्ट को शिशु के शरीर पर लगाएं। सूख जाने के बाद इसे स्क्रब की तरह निकालें और फिर शिशु को गुनगुने पानी से नहला दें।

नारियल पानी में मसूर की दाल को 15 से 20 मिनट के लिए भिगो दें। अब इसे मिक्सर में पीस कर इसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को शिशु के शरीर पर बाल निकालने के लिए स्क्रब की तरह उपयोग करें।

रोज जैतून या सरसों के तेल से मालिश करने से भी शिशु के शरीर के बालों से छुटकारा मिल सकता है। इससे उसकी मांसपेशियों का भी विकास होगा।

आप दाल और बादाम को दूध में मिलाकर पेस्ट बना सकती हैं। इस पेस्ट से नवजात के शरीर पर मालिश करें और फिर गुनगुने पानी से नहला दें।

गेहूं के आटे और बेसन को गूंध कर उसकी लोई बना लें। इस लोई से शिशु के शरीर पर मसाज करने से शरीर के बालों से राहत मिल सकती है।

आप किशमिश को दूध में भिगोकर उससे भी स्क्रब बना सकते हैं। बच्चे के शरीर से बाल हटाने के लिए आप इस स्क्रब का भी उपयोग कर सकते हैं।

नोट: ऊपर बताए गए उपाय बच्चों के शरीर से बाल हटाने में कितने लाभदायक होंगे, इस संबंध में अभी कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।

जब भी आप शिशु के शरीर पर लोई करें, तो ध्यान रखें कि लोई ज्यादा सख्त हाथों से या रगड़ कर न करें। शिशु की त्वचा बहुत नाजुक होती है और उस पर आसानी से रैशेज पड़ सकते हैं। साथ ही, अगर लोई के बाद उसके शरीर पर रैशेज या लालपन नजर आता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

आइए, अब आपको बताते हैं कि नवजात के शरीर से बाल न जाने पर क्या करना चाहिए।
अगर नवजात शिशु के शरीर से बाल न जाएं, तो क्या करें?

जैसा कि हम बता चुके हैं कि बच्चे के शरीर से बाल जन्म के कुछ समय बाद झड़ जाते हैं। अगर ऐसा नहीं होता है, तो आप ऊपर बताए गए घरेलू उपचारों का उपयोग कर सकते हैं। अगर लोई करने के बाद भी शिशु के शरीर पर लानुगो रहते हैं, तो उस परिस्थिति में आप अपने डॉक्टर से परामर्श करें और शिशु का जरूरी इलाज करवाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या शिशु गर्भ में लानुगो खाते हैं?

जी हां, गर्भ में शिशु लानुगो खाते हैं, जो उनके जन्म के बाद के उनके पहले मल में बदल जाता है। शिशु के पहले मल को मेकोनियम कहा जाता है। यह लानुगो और एमनियोटिक द्रव के साथ मिल कर बनता है (1)।

क्या बाल हटाने के लिए हेयर रिमूवर (वैक्स, शेव, रिमूवल क्रीम आदि) का उपयोग करना सुरक्षित है?

जी नहीं, नवजात की त्वचा मुलायम और संवेदनशील होती है। शिशु के शरीर से बाल हटाने के लिए हेयर रिमूवर (वैक्स, शेव, रिमूवल क्रीम आदि) का उपयोग करना सुरक्षित नहीं है। शेविंग क्रीम व हेयर रिमूविंग क्रीम आदि में कई सारे रसायनों का उपयोग किया जाता है, जो शिशु की त्वचा के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

इस पूरे लेख का सार यह है कि नवजात के शरीर पर बाल होना सामान्य है और उससे घबराने की कोई बात नहीं है। हालांकि, इनसे निजात पाने के लिए आप ऊपर बताए गए नुस्खों का उपयोग कर सकते हैं। अगर लोई से भी शरीर के बाल न जाएं, तो इस स्थिति में आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख से आपको अपने शिशु के शरीर पर मौजूद बालों के बारे में लगभग हर जानकारी मिली होगी।

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wordpress 1 year ago 5 Answer
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