उल्टा बच्चा पैदा होने के नुकसान?pregnancytips.in

Posted on Thu 12th May 2022 : 08:11

कुछ बच्चे उल्टे क्यों पैदा होते हैं? जानें प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे के उल्टा होने का कारण, लक्षण और इलाज

अगर गर्भ में बच्चे का सिर ऊपर और पैर नीचे है, तो उसे उल्टा माना जाता है। ऐसा बच्चा होने पर महिला को खास लक्षण महसूस होते हैं।

'उल्टा पैदा होना' भारत में एक कहावत की तरह इस्तेमाल होता है, खासकर तब जब कोई व्यक्ति कोई अटपटी बात कह दे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ बच्चे वाकई जन्म के समय उल्टे पैदा होते हैं, यानी गर्भ में उनका सिर ऊपर की तरफ और पैर नीचे की तरफ होता है। इसे ब्रीच प्रेगनेंसी (Breech Pregnancy) कहा जाता है। गर्भ में अगर बच्चा उल्टा होगा तो आपको यह महसूस होगा कि वह आपके निचले पेट की ओर लात मार रहा है और उसका सिर भी आपको अपनी पसलियों के आसपास महसूस होगा। अधिकतर ब्रीच बच्चों की डिलीवरी सिजेरियन से ही होती है। आप बच्चे को सही अवस्था में लाने के लिए कई सारे प्राकृतिक तरीकों का प्रयोग कर सकती हैं या फिर आपके डॉक्टर उन्हें सही अवस्था में लाने में मदद कर सकते हैं।

इंदिरा आईवीएफ हॉस्पिटल की सीनियर आईवीएफ एक्सपर्ट एंड गायनोकोलॉजिस्ट डॉक्टर सारिका अग्रवाल के मुताबिक बच्चे के गर्भ में उल्टे होने की 5 अवस्थाएं होती हैं। जैसे कि कंप्लीट, सिंगल फुटलिंग व इनकंप्लीट, फ्रेंक या डबल फुटलिंग ब्रीच वाली अवस्थाएं। किसी-किसी अवस्था में पेट पर हल्का सा प्रेशर डाल कर बच्चे की अवस्था को बदला जा सकता है। जिसको हम मेडिकल भाषा में ईसीवी भी बोलते हैं। लेकिन हर अवस्था में यह संभव नहीं है और न ही हर महिला के साथ। यदि प्रसव के दौरान बच्चे का सिर ऊपर और पैर नीचे की तरफ होता है तो उस समय नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं होती इसलिए ऑपरेशन कर बच्चे को निकाला जाता है। पूरी प्रेगनेंसी के दौरान बच्चा कई बार अपनी पोजीशन बदलता है और इन 9 महीनों में घूमता भी रहता है। इसलिए 3 से 4% महिलाओं के केस में बच्चा डिलीवरी के समय उल्टा (ब्रीच बेबी) हो सकता है.

क्या होती है ईसीवी प्रक्रिया? (What Is ECV)

ब्रीच बेबी को उल्टा करके सही अवस्था में लाने की एक प्रक्रिया होती है जिसे ईसीवी कहा जाता है। आपके डॉक्टर आपके पेट में प्रेशर लगा कर बच्चे को उल्टा करने की कोशिश कर सकते हैं। इस स्थिति को कई सारी महिलाएं बहुत दर्दनाक मानती हैं और यह असहज महसूस करने वाली स्थिति भी होती है। इस प्रक्रिया को 55% सफलता मिलने की संभावना रहती है और अगर आपका यह पहला बच्चा नहीं है तो बच्चा उलट भी सकता है। अगर आपके पेट में एक से अधिक बच्चा है या फ्लुइड कम है तो यह प्रक्रिया आपके लिए नहीं है। अगर आप के बच्चे को स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है तो आपके डॉक्टर फिर भी इस प्रक्रिया को करने से मना करेंगे। यह प्रक्रिया पूरे 9 महीने के बाद की जाती है ताकि अगर कोई समस्या भी आए तो आप डिलीवरी के लिए भी तैयार की जा सकें।


बच्चा उल्टा (ब्रीच बेबी) होने के लक्षण (Symptoms Of Breech Baby)

अगर आपको बच्चे की लात निचले भाग में महसूस हो रही हैं तो इसका अर्थ है आपका बच्चा उल्टा है। तीसरे महीने में आते आते आपके डॉक्टर आपको यह बता सकते हैं कि आपका बच्चा किस अवस्था में रहने वाला है। अगर 9वें महीने तक भी आपके डॉक्टर बच्चे की अवस्था को नहीं समझ पाते हैं तो उन्हें आपका अल्ट्रा साउंड करवाना पड़ सकता है।

कुछ बच्चे उल्टे (ब्रीच बेबी) क्यों होते हैं? (Breech Baby Causes)

वैसे तो ब्रीच बेबी अधिकतर केसों में बिलकुल स्वस्थ जन्म लेते हैं। लेकिन कुछ बहुत ही दुर्लभ केस ऐसा हो सकता है जिसमें किसी बर्थ डिफेक्ट के कारण वह उल्टी अवस्था में आ गए हों। हालांकि बच्चे पेट में घूमते रहते हैं और अपनी अवस्था बदलते रहते हैं। लेकिन 8वें महीने में बच्चे के पास घूमने के लिए अधिक जगह नहीं बचती है। इसलिए आपका बच्चा उल्टा हो सकता है

ब्रीच बेबी होने के कुछ निम्न कारण हो सकते हैं:

जब आपके पेट में एक से अधिक बच्चा हो
आप पहले भी गर्भवती रह चुकी हैं
आपकी प्लेसेंटा आपके यूटरस के खुलने वाले भाग को पूरी तरह से कवर कर रही हो
आपका बच्चा समय से पहले जन्म ले रहा हो
अम्बिलिकल कॉर्ड छोटी हो
आप अपने आप में ही एक ब्रीच बेबी हो या आपकी मां ने किसी अन्य बच्चे को ब्रीच डिलीवर किया हो
आपके बच्चे का वजन कम हो
जब आपको बेटी पैदा होने वाली हो

अगर आप ईसीवी प्रक्रिया नहीं करवाती हैं तो काफी संभावना रहती है कि आपके बच्चे का जन्म सी सेक्शन से ही हो। वैसे तो वेजिनल डिलीवरी भी हो सकती है लेकिन उसमें बच्चे का सिर आपके सर्विक्स में फंसा रहने का रिस्क होता है जिससे डॉक्टर सी सेक्शन को ही प्राथमिकता देते हैं।

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