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क्या स्तनपान करने वाले शिशु को गर्मी में पानी पिलाने की जरुरत है?
नहीं। अनन्य स्तनपान (एक्सक्लूसिव ब्रेस्टफीडिंग) करने वाले शिशु को पानी पिलाने की जरुरत नहीं होती, गर्मी के मौसम में भी नहीं। गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों में हुए अध्ययनों में दर्शाया गया है कि शिशु को उसकी मर्जी के अनुसार स्तनपान करवाने पर वे निर्जलीकृत (डिहाइड्रेटेड) नहीं होते।
स्तनदूध अपने आप में अधिकांश पानी ही होता है। जब गर्मी होती है, तो शिशु थोड़ी-थोड़ी देर के लिए ही, मगर ज्यादा बार स्तनपान करना चाहते हैं। इस तरह उन्हें अतिरिक्त अग्रदूध (फोरमिल्क) मिल जाता है, जो कि स्तनपान के दौरान अंत में आने वाले वसायुक्त पिछले दूध की तुलना में पतला और ताजगी प्रदान करने वाला होता है। गर्मी के मौसम में जितनी बार शिशु स्तनपान करना चाहे, उसे करने देने से उसे पर्याप्त पानी मिल सकेगा।
अनन्य स्तनपान करने वाले शिशु को पानी देना शायद उसके लिए भी सही न हो। यदि आप पौष्टिक दूध की बजाय शिशु को पानी देंगी, तो उसे जरुरी पोषक तत्व नहीं मिल पाएंगे, और इससे उसके दूध पीने की आदतें बिगड़ सकती हैं।
साथ ही, शिशु का पेट बहुत छोटा है और उसे पानी पिलाने से हो सकता है उसे पेट भरा-भरा सा लगे और इस वजह से कम दूध पीए। ध्यान रखें कि शिशु के विकास के लिए उसे स्तनदूध से मिलने वाली कैलारी की जरुरत होती है। इस चरण पर उसे जो कैलारी मिलती है, उसमें से अधिकांश उसके मस्तिष्क की गतिविधियों और विकास में काम आती हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि स्तनदूध से मिलने वाली जरुरी कैलारी के स्थान पर शिशु को पानी न दिया जाए, जिसमें कोई कैलोरी नहीं होती।
स्तनदूध में रोग-प्रतिकारक (एंटिबॉडीज) भी भरपूर मात्रा में होती हैं, जो शिशु की इनफेक्शन से रक्षा करती हैं और स्तनदूध न पीने से उसके बीमार होने की संभावना अधिक होती हैं। इसके अलावा, शिशु को विशेषकर कि पहले छह महीनों में स्तनदूध के अलावा कोई और तरल पदार्थ देने से उसके रोगाणुओं और संक्रमणों के संपर्क में आने का खतरा बढ़ जाता है।
यह भी ध्यान रखें कि एसी या कूलर भी शिशु के शरीर में पानी की कमी पैदा कर सकते हैं। इसलिए चाहे शिशु को ज्यादा गर्मी न लग रही हो, मगर फिर भी उसे अधिक बार स्तनपान की जरुरत हो सकती है।
यदि शिशु को गर्मी लग रही हो और स्तनपान के दौरान परेशान हो रहा है, तो आप अपनी बाजू और गोद में एक हल्का ठंडा तौलिया या चादर लगा सकती हैं। या फिर आप शिशु के लिए स्तनपान की और अधिक आरामदेह अवस्था आजमा सकती हैं।
वहीं दूसरी तरफ, फॉर्मूला दूध पीने वाले शिशुओं को गर्मियों में उनके सामान्य फीड के साथ-साथ उबालकर ठंडा किया हुआ कुछ पानी पिलाने की भी जरुरत हो सकती है। सुनिश्चित करें कि जो पानी आप इस्तेमाल करें वह पीने के लिए सुरक्षित हो। आप जिस भी चीज में शिशु को पानी पिलाएं, उसे पहले रोगाणुमुक्त (स्टेरलाइज) कर लें,जैसे कि बोतल, गिलास, कप या सिप्पर।
हालांकि, शिशु को एक बार में थोड़ा सा ही पानी पिलाएं। आपको दूध के बदले शिशु को पानी नहीं पिलाना है, वरना शिशु का पेट भर जाएगा और वह दूध नहीं पीएगा।
यदि आपको आशंका हो कि शिशु को पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं मिल रहे हैं या फिर शिशु निर्जलीकृत लगे, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि यदि गर्मी का मौसम है और आप स्तनपान करवा रही हैं, तो आपको खुद भी पर्याप्त तरल पदार्थ लेने होंगे। थोड़ा-बहुत प्यासा रहने से आपके दूध की आपूर्ति पर असर नहीं पड़ेगा, मगर यदि आप पर्याप्त तरल नहीं लेंगी तो आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
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