Login
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi adipiscing gravdio, sit amet suscipit risus ultrices eu. Fusce viverra neque at purus laoreet consequa. Vivamus vulputate posuere nisl quis consequat.
Create an accountLost your password? Please enter your username and email address. You will receive a link to create a new password via email.
नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइना में टांके लगते हैं और प्रसव के बाद इन टांकों की सही देखभाल करना बहुत जरूरी है ताकि इंफेक्शन या किसी और तरह की परेशानी से बचा जा सके।
नॉर्मल डिलीवरी के बाद लगे टांकों को भरने में कम समय लगता है और अगर अच्छी देखभाल की जाए तो यह और जल्दी ठीक हो सकते हैं। वजाइनल डिलीवरी के बाद छोटा टांका लगा है, तो इसे ठीक होने में 2 से 3 हफ्तों का समय लगता है लेकिन हर महिला में यह प्रक्रिया अलग हो सकती है। एक हफ्ते के बाद दर्द में कमी आ सकती है लेकिन असहजता एक महीने तक महसूस होती है।
अगर सीरियस टियरिंग में गहरे टांके लगे हों तो इसे पूरी तरह से ठीक होने में 6 से 8 हफ्ते का समय लग जाता है। एक महीने तक इसमें दर्द रहता है। जब टांके ठीक होना शुरू करते हैं, तब इनमें खुजली हो सकती है। 6वें सप्ताह के आसपास आप डॉक्टर से चेकअप जरूर करवाएं ताकि पता चल सके कि टांके ठीक हो रहे हैं या नहीं।
सही पोजीशन में सोने से आराम मिलता है और सर्जरी वाली जगह पर दबाव कम पड़ता है। इससे आप जल्दी रिकवर कर सकती हैं और असहजता में भी कमी आती है।
यह अच्छी नींद पाने में भी मदद करती है। डिलीवरी के बाद सही पोजीशन में सोने से पेट की मांसपेशियों पर प्रेशर कम पड़ता है और टांकों में किसी तरह का खतरा होने का डर भी नहीं रहता है।
गर्भावस्था के दौरान हार्मोंस का स्तर बढ़ने और पेट का साइज बढ़ने और डिलीवरी के बाद श्वसन मार्ग के प्रभावित होने की वजह से ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया हो सकता है।
इसमें महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। डिलीवरी के बाद यह परेशानी होना और भी ज्यादा पीड़ादायक हो सकता है।
पीठ के बल : ऑपरेशन के कुछ दिनों और हफ्तों बाद पीठ के बल सोने में कछ महिलाओं को आराम मिलता है। इससे सोते समय पीठ पर कोई दबाव नहीं पड़ता है। आप अधिक आराम पाने के लिए घुटनों के नीचे तकिया भी रख सकती हैं। अगर आपका ब्लड प्रेशर ठीक नहीं है तो इस पोजीशन में न लेटें।
करवट लेकर : डिलीवरी के बाद यह पोजीशन ज्यादा आरामदायक होती है। इससे टांकों वाली जगह पर कोई प्रेशर नहीं पड़ता है और बिस्तर से उठते समय दर्द भी कम होता है। बाईं करवट सोने से खून का प्रवाह ठीक रहता है और पाचन में भी सुधार होता है। आप पेट और हिप्स को सहारा देने के लिए तकियों का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर आपको ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम है,तो भी यह पोजीशन ठीक रहेगी।
--------------------------- | --------------------------- |