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सेहत से भरपूर है केला ...
वजन बढ़ाने में मददगार है रागी ...
दही देता है जरूरी पोषण ...
ओट्स से बढ़ाएं बच्चे का वजन ...
आलू बनाए तंदुरुस्त ...
शक्करकंद से बनाएं बच्चे की सेहत ...
दालें हैं पोषण का खजाना ...
एवोकाडो से दें जरूरी पोषण
एक्टिव होने के बावजूद बच्चों का पतलापन मां बाप को परेशान करता है और अगर आपका बच्चा भी कमजोर या अंडरवेट है तो उसकी डायट में कुछ चीजों को शामिल कर बच्चे का वजन बढ़ानेमें मदद मिल सकती है।
केला
पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिनी बी6 और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है केला। इसमें कैलोरी भी भरपूर मात्रा में होती है जिससे शिशु का वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। केले को मसलकर या फिर स्मूदी या शेक में केले को मिलाकर बच्चे को दें। अगर बच्चा तीन साल से अधिक उम्र का है तो आप उसे केला सीधा खिला सकती हैं।
शकरकंद
शकरकंद को उबालने के बाद मैश कर के बच्चे को खिलाएं। ये बहुत ही पौष्टिक होता है और आसानी से पच जाता है। शकरकंद विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी6, कॉपर, फास्फोरस, पोटैशियम और मैंगनीज से भरपूर होती है। शकरकंद में डायट्री फाइबर भी पाए जाते हैं। आप इसकी प्यूरी या सूप बनाकर भी बच्चे को दे सकती हैं।
दालें
दालों में प्रोटीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, फाइबर और पोटैशियम होता है। छह महीने के बच्चे को दाल का सूप या दाल का पानी दे सकते हैं। आप बच्चे को दाल की खिचड़ीभी खिला सकती हैं। दाल चावल या सब्जी के साथ दाल मिलाकर खिलाने से भी दाल का पोषण बढ़ जाता है। 7 से 9 महीने के बच्चे को आप ठोस आहार में दलिया भी खिला सकती हैं।
घी और रागी
घी में पोषक तत्वों की मात्रा बहुत अधिक होती है। आठ महीने के शिशु को घी खिलाना शुरू किया जा सकता है। दलिये या खिचड़ी या दाल के सूप में बच्चे को घी डालकर खिलाएं। ये बच्चे का वजन बढ़ाने के साथ-साथ उसे हेल्दी भी रखेगा।
इसके अलावा शिशु का वजन बढ़ाने और स्वस्थ विकास के लिए रागी सुपरफूड का काम करती है। ये डायट्री फाइबर, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और अन्य कई विटामिनों एवं खनिज पदार्थों से युक्त होती है। आप रागी की इडली, डोसा या दलिया बनाकर खिला सकती हैं।
अंडा और एवोकाडो
अंडा प्रोटीन से भरपूर होता है। एक साल के होने के बाद बच्चे को अंडा खिला सकते हैं। इसमें सैचुरेटेड फैट, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं। आप अंडे उबालकर या इसका आमलेट बनाकर बच्चे को खिला सकती हैं।
एवोकाडो विटामिन ई, सी, के और फोलेट, कॉपर, डायट्री फाइबर एवं पैंटोथेनिक एसिड से युक्त होता है। इसमें उच्च मात्रा में फैट होता है। आप किसी भी रूप में एवोकाडो बच्चे को खिला सकती हैं। मिल्क शेक में भी एवोकाडो मिलाकर दिया जा सकता है।
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