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सिजेरियन ऑपरेशन के बाद रिकवर करने में महिलाओं को नॉर्मल डिलीवरी के मुकाबले ज्यादा समय लगता है। वहीं हर महिला का रिकवर करने का समय भिन्न होता है इसलिए सिजेरियन करवा चुकी हर महिला के मन में यह सवाल रहता है कि ऑपरेशन के बाद कब सेक्स कर सकती हैं।
सी सेक्शन यानी सिजेरियन ऑपरेशन कोई छोटी बात नहीं है। यह बहुत बड़ी सर्जरी होती है और इसके बाद रिकवर करने में महिलाओं का काफी समय लग जाता है। ऑपरेशन के बाद सेक्स दिमाग में आने वाली सबसे आखिरी चीज होनी चाहिए। शरीर को ऑपरेशन के घावों से उभरने के लिए थोड़ासमय चाहिए होता है।
रिसर्च में भी सामने आया है कि नॉर्मल डिलीवरी और ऑपरेशन से बच्चा पैदा करने वाली महिलाओं को डिलीवरी के बाद पहले तीन महीनों में सेक्स करने में दिक्कत हो सकती है।
आइए जानते हैं सिजेरियन ऑपरेशन के बाद कब सेक्स कर सकते हैं और इस दौरान सेक्स लाइफ को लेकर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
कब कर सकते हैं सेक्स
डिलीवरी के बाद गर्भाशय को नॉर्मल साइज में वापस आने और गर्भाशय ग्रीवा को पूरा तरह से बंद होने में लगभग छह सप्ताह का समय लगता है। जरूरी बात यह है कि डिलीवरी के बाद सेक्स करने के लिए गर्भाशय ग्रीवा पूरी तरह से बंद होनी चाहिए। कई डॉक्टर ऑपरेशन के बाद छह सप्ताह तक टेंपन या मेंस्ट्रुअल कप या सेक्स करने के लिए मना करते हैं। छह सप्ताह के बाद संभोग करने से पहले एक बार पोस्टपार्टम चेकअप जरूर करवा लें।मेंस्ट्रुअल
फर्स्ट टाइम Sex से पहले और इस दौरन महिलाओं के दिमाग में आते हैं ये खयाल
पहली बार सेक्स को लेकर जितने सवाल पुरुषों के मन में होते हैं, उतने ही सवाल और झिझक महिलाओं के मन में भी होती है। पुरुषों के मन पर जहां अपनी परफॉर्मेंस को लेकर दबाव रहता है, वहीं महिलाओं के मन पर अपने लुक्स को लेकर एक अनजानी-सी इनसिक्यॉरिटी हावी रहती है...
पहली बार सेक्स से पहले महिलाओं के मन में यह सवाल बार-बार उठता है कि क्या उनका पार्टनर उनके लुक्स को पसंद करेगा? क्या वे अपने पार्टनर का पूरा साथ दे पाएंगी।
शादी से पहले काउंसलिंग के लिए पहुंचने वाली गर्ल्स ज्यादार इस बात को लेकर परेशान रहती हैं कि क्या वे अपने होनेवाले पार्टनर की अपेक्षाओं पर खरी उतर पाएंगी। यह कहना है शहर के कई जाने-माने काउंसलर्स का।
महिलाओं को सबसे अधिक क्लिटरिस स्टिम्युलेशन से ऑर्गेज़म मिलता है ना कि इंटरकोर्स से। यह बात पिछले दिनों हुई कई स्टडीज में सामने आई है। इन स्टडीज की माने तो दुनियाभर में ऐसी महिलाओं की संख्या 70 प्रतिशत के करीब है, जिन्होंने इंटरकोर्स की जगह क्लिटरिस स्टिम्युलेशन से ऑर्गेज़म को फील किया है।
सिर्फ सेक्स से पहले नहीं सेक्स के दौरान भी महिलाओं के मन में इस तरह के सवाल उठते रहते हैं कि वे ऐक्ट के दौरान ठीक से परफॉर्म नहीं कर पा रही हैं, क्या उनका पार्टनर उसने संतुष्ट हो रहा है, क्या वे अपने रोल में फिट हैं या उन्हें कुछ और क्रिएटिव करना होगा? ऐसे सवाल लगातार उनके दिमाग में रहते हैं।
ऐसा नहीं है कि ऑर्गेज़म का मुद्दा केवल महिलाओं से जुड़ा है। ऐसा पुरुषों के साथ भी होता है, जब वे लंबे इंटरकोर्स के बाद भी क्लाइमेक्स तक नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसी स्थिति की कल्पना से ही महिलाएं एक अजीब से डर से भर जाती हैं।
असंतुष्ट रह जाने की स्थिति में ज्यादार महिलाएं और पुरुष अपने पार्टनर से यह बात खुलकर नहीं कह पाते हैं। इसलिए यह जिम्मेदारी दूसरे पार्टनर की बन जाती है कि वह अपने पार्टनर से इस बारे में सवाल पूछे और उसकी इच्छाओं के बारे में भी पूछे।
सेक्स पोजीशन
डिलीवरी से पहले आपकी कोई पसंदीदा सेक्स पोजीशन रही होगी या आप कई पोजीशन ट्राई कर चुके होंगे, लेकिन फिलहाल स्थिति अलग होती है। सी सेक्शन के बाद यह समझना बहुत मुश्किल होता है कि आपके लिए कौन सी पोजीशन सही है और कौन सी गलत।
जिस सेक्स पोजीशन से टांके वाली जगह पर ज्यादा दबाव पड़े, उस पोजीशन से बचना चाहिए। ऐसी कोई भी सेक्स पोजीशन जिसमें आपको दर्द महसूस हो, वो न अपनाएं। एक कंफर्टेबल सेक्स पोजीशन के लिए आपको अलग-अलग पोजीशन ट्राई करनी पड़ेगी।
डॉक्टर से बात करें
अगर आपको सिजेरियन ऑपरेशन के बाद सेक्स करने में असहजता, दर्द, ब्लीडिंग या किसी भी तरह का डिस्चार्ज हो रहा है तो इस बारे में डॉक्टर से बात करें। टांकों का ध्यान रखें और सेक्स के दौरान अगर ज्यादा दर्द या ब्लीडिंग होती है तो इसे नजरअंदाज न करें।
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पहली बार सेक्स को लेकर जितने सवाल पुरुषों के मन में होते हैं, उतने ही सवाल और झिझक महिलाओं के मन में भी होती है। पुरुषों के मन पर जहां अपनी परफॉर्मेंस को लेकर दबाव रहता है, वहीं महिलाओं के मन पर अपने लुक्स को लेकर एक अनजानी-सी इनसिक्यॉरिटी हावी रहती है...
पहली बार सेक्स से पहले महिलाओं के मन में यह सवाल बार-बार उठता है कि क्या उनका पार्टनर उनके लुक्स को पसंद करेगा? क्या वे अपने पार्टनर का पूरा साथ दे पाएंगी।
शादी से पहले काउंसलिंग के लिए पहुंचने वाली गर्ल्स ज्यादार इस बात को लेकर परेशान रहती हैं कि क्या वे अपने होनेवाले पार्टनर की अपेक्षाओं पर खरी उतर पाएंगी। यह कहना है शहर के कई जाने-माने काउंसलर्स का।
महिलाओं को सबसे अधिक क्लिटरिस स्टिम्युलेशन से ऑर्गेज़म मिलता है ना कि इंटरकोर्स से। यह बात पिछले दिनों हुई कई स्टडीज में सामने आई है। इन स्टडीज की माने तो दुनियाभर में ऐसी महिलाओं की संख्या 70 प्रतिशत के करीब है, जिन्होंने इंटरकोर्स की जगह क्लिटरिस स्टिम्युलेशन से ऑर्गेज़म को फील किया है।
सिर्फ सेक्स से पहले नहीं सेक्स के दौरान भी महिलाओं के मन में इस तरह के सवाल उठते रहते हैं कि वे ऐक्ट के दौरान ठीक से परफॉर्म नहीं कर पा रही हैं, क्या उनका पार्टनर उसने संतुष्ट हो रहा है, क्या वे अपने रोल में फिट हैं या उन्हें कुछ और क्रिएटिव करना होगा? ऐसे सवाल लगातार उनके दिमाग में रहते हैं।
ऐसा नहीं है कि ऑर्गेज़म का मुद्दा केवल महिलाओं से जुड़ा है। ऐसा पुरुषों के साथ भी होता है, जब वे लंबे इंटरकोर्स के बाद भी क्लाइमेक्स तक नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसी स्थिति की कल्पना से ही महिलाएं एक अजीब से डर से भर जाती हैं।
असंतुष्ट रह जाने की स्थिति में ज्यादार महिलाएं और पुरुष अपने पार्टनर से यह बात खुलकर नहीं कह पाते हैं। इसलिए यह जिम्मेदारी दूसरे पार्टनर की बन जाती है कि वह अपने पार्टनर से इस बारे में सवाल पूछे और उसकी इच्छाओं के बारे में भी पूछे।
ज्यादा उम्मीदें न रखें
जाहिर सी बात है कि प्रेगनेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद सेक्स करने के लिए आप बहुत उत्साहित होंगी, लेकिन इस समय आपको अपनी सेक्स लाइफ से ज्यादा उम्मीदें नहीं रखनी चाहिए। अपने शरीर पर ध्यान दें और उसे पूरी तरह से रिकवर होने दें। अगर आप सेक्स नहीं कर पा रही हैं तो फोरप्ले का आनंद भी ले सकती हैं। आखिर जरूरी तो सेक्स को एंजॉय करना है और वो आप फोरप्ले से भी कर सकती हैं। शरीर और दिमाग को डिलीवरी के बाद के बदलावों के साथ एडजस्ट करने में समय लग सकता है इसलिए किसी भी तरह की जल्दबाजी न करें।
योनि में सूखापन
डिलीवरी के बाद योनि में सूखापन होना आम बात है। प्रेगनेंसी से पहले और गर्भावस्था के दौरान आपको ल्यूब्रिकेशन की जरूरत नहीं पड़ीहोगी, लेकिन अब डिलीवरी के बाद लुब्रिकेंट्स सेक्स को एंजॉय करने में आपकी मदद कर सकते हैं। डिलीवरी के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन गिर जाता है और यह हार्मोन योनि में ल्यूब्रिकेशन के लिए जिम्मेदार होता है। योनि में सूखापन होने की वजह से सेक्स करने में दिक्कत आती है।
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