क्या मैं प्रेगनेंसी में गैस ओ फास्ट ले सकती हूं?pregnancytips.in

Posted on Fri 14th Oct 2022 : 15:09

आपको गर्भावस्था में सामान्य से ज्यादा गैस हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आपके शरीर में गर्भावस्था हॉर्मोन प्रोजेस्टीरोन का स्तर बहुत ज्यादा होता है। इसकी वजह से पूरे शरीर में मुलायम मांसपेशीय उत्तक शिथिल हो जाते हैं।

खान-पान में बदलाव करने से मुझे गैस से राहत मिल सकती है?
हां। गैस पैदा करने वाले संभावित खाद्य पदार्थों का सेवन बंद करना, गैस से राहत पाने का सबसे प्रभावी तरीका है। मगर, ध्यान रखें कि गैस पैदा करने वाले संभावित खाद्य पदार्थों या विशिष्ट भोजन समूह को अपने आहार से हटा देने से आपको संतुलित आहार के सेवन कर पाने में मुश्किल हो सकती है।

आप सबसे पहले शुरुआत ऐसे भोजनों से करें जिनसे गैस और पेट फूलने की आशंका सबसे ज्यादा होती है। साथ ही, अपनी आहार योजना इस तरह बनाएं कि आप एक बार में ही गैस पैदा करने वाले बहुत सारे भोजन एक साथ न खाएं। साथ ही, अगर आपने नाश्ते में गैस उत्पादक खाद्य पदार्थों का सेवन किया है तो उसी दिन लंच में ऐसे गैस बनाने वाले भोजनों का सेवन कम ही करें।

यदि आपको ऐसा करने पर राहत मिलती है, तो इन खाद्य पदार्थों को एक-एक करके आपने आहार में फिर से शामिल करें, ताकि पता चल सके कि वास्तव में कौन से भोजन से समस्या हो रही है। फूड डायरी बनाने से आपको यह जानने में मदद मिल सकती है कि अन्य की तुलना में किस एक भोजन से ज्यादा परेशानी हो रही है।

यदि उच्च फोडमैप वाले खाद्य पदार्थों के सेवन के बाद आपको गैस और फुलावट महसूस हो तो इनका सेवन कम करके देख सकती हैं। स्वास्थ्यकर फलों और सब्जियों का सेवन बंद करने की जरुरत नहीं है। ऐसे बहुत से विकल्प हैं, जिनमें फोडमैप की मात्रा कम होती है, ​जैसे कि:

केला
संतरा
खीरा
अंगूर
चकोत्तरा
नीलबदरी (ब्लूबेरी)
रैस्पबैरी
स्ट्रॉबेरी
गाजर
बांस के ताजा डंठल (बैम्बू शूट्स) और बीन स्प्राउट्स
लाल शि​मला मिर्च
अदरक
फ्रांस बीन्स
पालक
सलाद पत्ता
कद्दू/सीताफल
शलगम
मूली
टमाटर
धिंगरी खुम्ब
अजमोद
मीठी मकई (स्वीटकॉर्न)
चाइव्स


बहरहाल, यदि आप केवल कम फोडमैप वाले आहार का ही सेवन करना चाहती हैं, तो अपनी डॉक्टर से बात करें।

यह बता पाना मुश्किल हो सकता है,​ कि कौन से खाद्य पदार्थ की वजह से परेशानी हो रही है। इसलिए हो सकता है आप ऐसे भोजनों का सेवन भी बंद कर दें जो आपको नुकसान न पहुंचा रहे हों। साथ ही, गर्भावस्था में बहुत सी अन्य वजहों से भी गैस और फुलावट हो सकती है, जैसे कि बहुत जल्दी-जल्दी खाना या व्यायाम न करना।

यदि आप कुछ विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन बंद करना चाहती हैं, तो डॉक्टर आपको डाइटिशियन के पास भेज सकती हैं, ताकि सुनिश्चित हो सके कि आपको विस्तृत पोषक तत्व मिलें।
गर्भावस्था में अत्याधिक गैस और फुलावट से बचने के लिए मैं और क्या कर सकती हूं?
अपने आहार में कुछ समायोजन करने के साथ-साथ आप निम्नांकित उपायों को भी आजमाकर देख सकती हैं। इनसे आपके लक्षणों की गंभीरता और बारंबारता कम हो सकती है:

दिन में दो या तीन बार अधिक मात्रा में भोजन करने की बजाय पूरे दिन में कई छोटे-छोटे आहार लेती रहें।
आराम से खाना खाएं, भोजन को निगलने से पहले अच्छी तरह चबाएं। इससे आपके शरीर को भोजन को पचाने में मदद मिलेगी।
कोशिश करें कि खाना खाते समय आप हवा न गटकें, क्योंकि इससे पेट में फुलावट की समस्या और बढ़ सकती है। मुंह बंद करके धीरे-धीरे चबाएं और कोशिश करें कि खाना खाते समय बातें न करें।
चूइंग गम खाने और धूम्रपान करने से आप अतिरिक्त हवा गटक सकती हैं। गर्भावस्था में धूम्रपान करना आपके गर्भस्थ शिशु के लिए नुकसानदेह है। इसलिए यदि आपने अभी तक धूम्रपान करना नहीं छोड़ा है, तो अब समय है कि आप इसे बिल्कुल बंद कर दें।
तनाव को कम करने का प्रयास करें और रिलैक्सेशन और अच्छी श्वसन तकनीकें (प्राणायाम) सीखें। कुछ लोग उत्साहित या चिंतित होने पर अधिक हवा निगल लेते हैं।
सीधे बैठकर खाएं या पीएं, फिर चाहे आप थोड़ा सा स्नैक ही क्यों न खा रही हैं। ऐसा इसलिए ताकि भोजन को पचाते समय आपका पेट दब न रहा हो।
सोडायुक्त पेयों का सेवन न करें, क्योंकि इनसे ज्यादा डकार आती है और आपका पेट फूला-फूला सा लगता है।
अगर आप चाहें तो पिपरमेंट चाय आजमाकर देख सकती हैं, इससे गैस और फुलावट में आराम मिल सकता है।
कब्ज से बचाव रखें या इसका उपचार कराएं, क्योंकि इससे पेट फूलने की समस्या बढ़ सकती है।
सक्रिय व क्रियाशील रहें और कुछ व्यायाम नियमित तौर पर करें। तेजी से टहलना (ब्रिस्क वॉक) भी आपके मंद पाचन तंत्र में सुधार ला सकता है।
यदि आपको इरिटेबल बाउस सिंड्रोम (आईबीएस) की वजह से गैस और पेट फूलने की समस्या रहती है तो आपको योग करने से फायदा हो सकता है। गर्भावस्था में स्वस्थ व दुरुस्त रहने के लिए योग अच्छा तरीका है। परिवर्तित वज्रासन पाचन क्रिया में सुधार ला सकता है। दूसरी व तीसरी तिमाही में इसे करना सुरक्षित है।

परंपरागत रूप से, हींग, सौंफ, अजवाइन और जीरा गैस से राहत देने और पाचन क्रिया में सुधार के लिए जाना जाता है। हालांकि, यह बता पाना मुश्किल है कि ये कितने कारगर हैं। यदि आप इन्हें आजमाना चाहें, तो ऐसा सीमित मात्रा में ही करें।

यदि इन उपायों से मदद न मिले, तो डॉक्टर से गैस की दवा के बारे में पूछें। बिना डॉक्टरी पर्ची के मिलने वाली दवा न लें। बहुत सी दवाईयां, चाहे वे हर्बल दवा हों, संभव है गर्भावस्था में सुरक्षित न होंं।

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