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गर्भ की बढ़त जांचने के लिए डॉक्टर अनुमानित माप का इस्तेमाल करते हैं, जिसे फंडल हाइट कहा जाता है। इसमें देखा जाता है कि आपके पेट का ऊपरी हिस्सा कितना बढ़ गया है।
12 सप्ताह की गर्भावस्था में आपका गर्भ पुरोनितंबस्थि (प्यूबिक बोन) के ऊपरी सिरे तक पहुंच जाता है। यहां से यह गर्भावस्था में हर दो हफ्ते में लगभग दो उंगली की चौड़ाई जितना बढ़ेगा। 22 सप्ताह की गर्भावस्था में यह ठीक आपकी नाभि के नीचे तक पहुंच जाएगा और 24 सप्ताह में नाभि के जरा सा ऊपर होगा।
36 सप्ताह की गर्भावस्था में आपका गर्भ अपने सबसे उच्चतम स्थान पर पहुंच जाता है, उरोस्थि (स्टर्नम) से बस थोड़ा नीचे। इस स्थान पर यह तब तक रहेगा जब तक जन्म के लिए शिशु सिर नीचे के बल वाली स्थिति में न आ जाए और गर्भ आपके पेट में नीचे की तरफ न खिसक जाए। पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं में यह डिलीवरी से एक महीने पहले भी हो सकता है और संभव है पहले गर्भवती हो चुकी महिलाओं में ऐसा प्रसव शुरु होने तक भी नहीं हो।
यहां एक चित्र दिया गया है, जिसमें दर्शाया है कि गर्भावस्था के अलग-अलग चरण में गर्भ की स्थिति क्या रहती है:
कुछ डॉक्टर फंडल हाइट का माप मापन फीते से लेती हैं, जिसमें पुरोतिंबस्थि और गर्भाशय के सबसे ऊपर तक का माप लेती हैं। सेंटीमीटर में फंडल हाइट का माप, उतना ही होना चाहिए जितने हफ्ते की आप गर्भवती हैं। यह दो सेंटीमीटर ऊपर-नीचे हो सकता है।
यदि आपको देखकर, डॉक्टर को लगे कि आपकी फंडल हाइट आपकी गर्भावस्था के चरण से मेल नहीं खा रही है, तो डॉक्टर आपको अपने चरण से छोटा या 'स्मॉल फॉर यूअर स्टेज' कह सकती हैं।
हालांकि, अपने चरण से छोटा होना हमेशा चिंता का विषय नहीं होता। ऐसा वंशानुगत भी हो सकता है, यानि कि आपके परिवार के वंशाणुओं के आधार पर शिशु छोटा (और स्वस्थ) है। या फिर यह भी संभव है कि आपके पेट की मांसपेशियां इतनी मजबूत हैं कि वे आपके गर्भ को अंदर संभाले हुए हैं।
मगर फिर भी, सब ठीक-ठाक है, यह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर शायद आपको अल्ट्रासाउंड स्कैन करवाने के लिए कहेंगी। स्कैन में निम्नांकित बातों पर गौर किया जाएगा:
आपकी प्रसव की अनुमानित तिथि - स्कैन में आपकी गर्भावस्था की नियत तिथि को देखा जाएगा, ताकि सुनिश्चित हो सके कि आपकी ड्यू डेट सही है।
आपके शिशु का माप - यदि आपका शिशु गर्भावस्था के चरण की तुलना में दो हफ्ते से ज्यादा छोटा है, तो यह आपकी अपरा (प्लेसेंटा) की कार्यप्रणाली से जुड़ी किसी समस्या का संकेत हो सकता है।
शिशु के आसपास एमनियोटिक द्रव - यदि पर्याप्त मात्रा में एमनियोटिक द्रव न हो, तो इस स्थिति को ओलिगोहाइड्रेमनियोस कहा जाता है। इसकी वजह से आपका गर्भ गर्भावस्था के चरण से छोटा हो सकता है, फिर चाहे आपका शिशु का विकास सही चल रहा हो।
यदि डॉक्टर को आपके स्कैन के परिणाम से कोई समस्या लगे तो वे आपकी पूरी गर्भावस्था में आपके और आपके शिशु पर नजदीकी नजर रखेंगी।
यदि शिशु का विकास अनुमान के अनुसार सही नहीं हो रहा है, तो यह अंतगर्भाशयी विकास मंदता (आईयूजीआर) की स्थिति हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर आपको डॉप्लर स्कैन करवाने के लिए कह सकती हैं। इस स्कैन में शिशु तक पहुंच रहे रक्त प्रवाह को देखकर पता किया जाता है कि अपरा किस तरह काम कर रही है। अपरा के जरिये हो रहे इस रक्त प्रवाह से ही शिशु को ऑक्सीजन और जरुरी पोषक तत्व मिलते हैं।
यदि आपके शिशु की बढ़त अचानक से धीमी हो जाती है, तो आपको अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। यदि डॉक्टर आपके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हों, तो वे आपको समय से पहले शिशु का जन्म करवाने की सलाह दे सकती हैं।
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