प्रेगनेंसी में हाथ पैर गर्म क्यों रहते हैं?pregnancytips.in

Posted on Fri 11th Nov 2022 : 09:26

मेरे टखनों, पैरों और हाथों में सूजन क्यों है?
गर्भावस्था में सूजन इसलिए होती है क्योंकि आपका शरीर सामान्य से बहुत ज्यादा तरल प्रतिधारित कर रहा है। आपको शरीर में कहीं भी सूजन हो सकती है, मगर इसके टांगों, टखनों, पैरों और उंगलियों पर होने की संभावना ज्यादा रहती है। इस तरह की सूजन को इसे इडिमा या शोफ कहा जाता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान इडिमा होना काफी आम है। यह एक सामान्य स्थिति है, खासकर कि गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में।

जैसे-जैसे आपका गर्भस्थ शिशु विकसित होता है, आपका बढ़ता गर्भाशय श्रोणी क्षेत्र में रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है। शरीर के दाहिने हिस्से में बड़ी नस इन्फीरियर वीना कावा जिसे निचले अंगों से रक्त प्राप्त होता है, वह इससे विशेषतौर पर प्रभावित होती है।

गर्भस्थ शिशु और गर्भाशय के दबाव की वजह से उस क्षेत्र में रक्त संचरण धीमा हो जाता है, जिससे खून इकट्ठा होने लगता है। इस वजह से पानी नीचे आपके पैरों और टखनों की तरफ आ जाता है।

गर्भावस्था के अंतिम चरण में पहुंचने पर यह सूजन आपके हाथों पर भी असर डाल सकती है। अगर, आपने अंगूठियां पहनी हुई हैं, तो वे अब आपको उंगलियों में कसी हुई लग सकती हैं।

सूजन सुबह के समय ठीक रहती है, क्योंकि आप बिस्तर में लेटी हुई थीं। दिन गुजरने के साथ-साथ यह और ज्यादा बढ़ती जाती है। दिन के अंत में यदि आप टखनों के पास की अपनी त्वचा को दबाकर देखेंगी, तो पाएंगी कि यह शायद तुरंत उछाल के साथ वापिस अपने स्थान पर न आए।

सूजे हुए टखनों और पैरों की वजह से असहजता और भारीपन महसूस हो सकता है। कभी-कभार इनमें सुई जैसी चुभन भी लग सकती है।
गर्भावस्था में इडिमा होना कितना आम है?
दुर्भाग्यवश, गर्भावस्था में इडिमा होना काफी आम है, विशेषकर की तीसरी तिमाही में।

करीब 50 से 80 प्रतिशत स्वस्थ गर्भवती महिलाओं को कुछ हद तक सूजन होती है, और गर्मी के मौसम में यह और बढ़ सकती है।
गर्भावस्था में सूजन कब गंभीर हो सकती है?
हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान हाथों और पैरों में थोड़ी-बहुत सूजन होना सामान्य है, मगर यदि आपको अत्याधिक सूजन लगे तो अपनी डॉक्टर से बात करें। हाथों और चेहरे पर सूजन प्री-एक्लेमप्सिया का संकेत हो सकता है। यह आपके और आपके शिशु के लिए गंभीर स्थिति है और इसमें तुरंत चिकित्सकीय देखरेख की जरुरत होती है।

यदि आप एक टांग में दूसरी की तुलना में ज्यादा सूजन लगे तो तुरंत डॉक्टर से बात करें। ऐसा खून का थक्का जमने की वजह से हो सकता है। इस स्थिति को डीप वेन थ्रोम्बोसिस (डीवीटी) कहा जाता है, जिसके लिए आपको चिकित्सकीय मदद चाहिए होगी।

डीवीटी के लक्षणों में शामिल हैं:

एक टांग में दर्द, सूजन या संवेदनशीलता, आमतौर पर पिं​डली में
उस जगह पर तेज दर्द और त्वचा हल्की गर्म महसूस होना
त्वचा लाल होना, विशेषकर पिंडली की तरफ

हाथों और पैरों में सूजन से राहत के लिए मैं क्या कर सकती हूं?
सक्रिय व क्रियाशील रहने से सूजन कम करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि इससे रक्त संचरण को बढ़ावा मिलता है।

दवा के तौर पर मूत्रवर्धक लेने की सलाह नहीं दी जाती। मूत्रवर्धक गुर्दोंं को पानी और सोडियम जारी करने में मदद करते हैं, ताकि शरीर से तरल बाहर निकले। मूत्रवर्धकों के इस्तेमाल की बजाय आप सूजन कम करने के निम्न उपाय आजमा सकती हैं:

जब भी संभव हो, अपने पैरों को थोड़ी ऊंची सतह पर रखकर बैठें। दफ्तर में अपनी डेस्क के नीचे स्टूल या बक्सा रखकर पैरों को उसपर रखें।

ज्यादा लंबे समय तक खड़ी न रहें, बीच-बीच में उठें और थोड़ा चले-फिरें। इससे हाथ-पैरों में नीचे की तरफ खून इकट्ठा होने से बचाव होगा।

घर में जब भी संभव हो अपने बाईं तरफ करवट लेकर लेटें क्योंकि इससे वीना कावा नस पर दबाव नहीं पड़ता।

बैठे हुए अपनी टांगों या टखनों को एक के उपर एक न रखें।

टखनों की सूजन कम करने के लिए पैरों की एक्सरसाइज करें। 30 बार पैर को उपर और नीचे की तरफ करें, और फिर इसे एक तरफ से आठ बार गोल घुमाएं और दूसरी तरफ से भी आठ बार घुमाएं। दूसरे पैर में भी ऐसा करें।

बैठे हुए बीच-बीच में अपनी टांगे सीधी करें। अपनी टांग और एड़ी पहले सीधी करें और फिर हल्के से अपना पैर सीधा करें ताकि पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव हो। अपने टखनों को चारों ओर घुमाएं और अपने पंजों को हिलाए-डुलाएं।

सुबह बिस्तर से निकलने से पहले सीवन या जोड़ रहित जुराबें पहन लें, ताकि खून को आपके टखनों के पास इक्ट्ठा होने का मौका न मिले। अगर इस उपाय से मदद न मिले, तो अपनी डॉक्टर से बात करें। वे आपको कम्प्रेशन स्टॉकिंग पहनने के बारे में सलाह दे सकती हैं।

खूब सारा पानी पीएं। हैरत की बात यह है कि आप जितना ज्यादा पानी पीएंगी, उतना ही कम पानी आपका शरीर प्रतिधारित करेगा।

नियमित व्यायाम करें, खासकर कि चलना-फिरना, तैराकी, प्रसवपूर्व योग या एक्सरसाइज बाइक का इस्तेमाल।

पौष्टिक व संतुलित आहार खाएं और ज्यादा नमक वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि जैतून, नमकीन, चिप्स और नमक वाले मेवे न खाएं। ये पानी प्रतिधारण को बढ़ा सकते हैं।

अगर आपकी त्वचा में ज्यादा कसाव और दर्द न लगे, तो किसी से अपने टखनों और पैरों की मालिश करवाएं। मालिश के दौरान नीचे से ऊपर की तरफ घुटनों तक जाएं। इससे पैरों से तरल पदार्थ को हटाने में मदद मिल सकेगी।


सूजन को लेकर असहज और संकोच महसूस होना स्वाभाविक है, बहुत सी गर्भवती महिलाओं को ऐसा लगता है। आप गहरे रंग के टाइट्स, पेंट या मैक्सी ड्रेस पहन सकती हैं, ताकि आपकी टांगें या टखने न दिखें और आप आरामदेह रह सकें।

कोशिश करें कि आप खुश और निश्चिंत रहें! हालांकि, आपके सूजे हुए टखने शायद आपको असहज महसूस करा सकते हैं, मगर इडिमा एक अस्थाई स्थिति है, जो कि शिशु के जन्म के बाद दूर हो जाती है।

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