बच्चेदानी का मुंह क्यों नहीं खुलता है?pregnancytips.in

Posted on Sat 8th Feb 2020 : 08:39

बच्चेदानी का मुंह

बच्चेदानी का मुंह जल्दी खोलने के लिए करें ये उपाय

अधिकांश केशों में डेलेवरी पेन (delivery pain) शुरू होने पर अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी बच्चेदानी का मुंह (गर्भाशय ग्रीवा, uterine cervix) नहीं खुलता है।

कई बार pregnant women की delivery में काफी दिक्कतें आती हैं। कुछ गर्भवती महिलाओं की delivery अपेक्षित तारीख से कुछ दिन पहले होती है। कुछ महिलाओं को fixed date के बाद भी pregnancy pain शुरू नहीं होता है। इन सभी समस्याओं के कारण अक्सर महिलाओं का normal delivery होना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में बच्चेदानी का मुंह खोलना महत्वपूर्ण है।



इन सभी मामलों के लिए कुछ घरेलू और दैनिक उपाय भी हैं जो गर्भवती महिलाओं को normal delivery कराने में मदद कर सकते हैं। बेशक कई बार delivery pain शुरू होने के बाद भी Hospital में दाखिल होने के बाद भी गर्भाशय ग्रीवा नहीं खुलती है। इससे लंबे समय तक labor pain होता है। इस समस्या से बचने के लिए महिलाएं ये उपाय अपनाकर बच्चेदानी का मुंह खोल सकती है।

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हल्दी (Turmeric) – हल्दी में एनाल्जेसिक गुण होते हैं। नवें महीने में औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी दर्द को कम करने का काम करती है। पेट में संकुचन आठवें महीने के अंत में और नौवें महीने की शुरुआत में शुरू होता है। अचानक पेट दर्द। ऐसे समय में महिलाओं को अचानक पेट, घुटनों और पैरों में दर्द होने लगता है। एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पिएं। रोज रात को सोने से पहले दूध पिएं। यह क्रिया नौवें महीने के शुरू होते ही शुरू कर देनी चाहिए।
अदरक और लहसुन (Ginger and Garlic) – इन दो जड़ी बूटियों की मूल संपत्ति उनकी गर्मी है। नौवें महीने से आएं और लहसुन का सेवन शुरू करें। गर्भवती महिलाएं अदरक की चाय पी सकती हैं या अदरक को पानी में उबालकर पी सकती हैं। लहसुन की दो कलियां रोज सुबह खाली पेट खाएं। इस उपाय से normal delivery. के साथ-साथ कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
गुनगुना पानी – जैसे-जैसे डिलीवरी का समय नजदीक आता है, मांसपेशियों में तनाव बनने लगता है। गर्म पानी इस समस्या का समाधान करता है। यह मांसपेशियों को आराम देता है और तनाव पैदा नहीं करता है। गर्भावस्था के दौरान ठंडे खाद्य पदार्थ खाने और पीने से मांसपेशियों में ऐंठन होती है। इससे नॉर्मल डिलीवरी होने में दिक्कत होती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी पीना चाहिए।
पिंड खजूर (Dates ) – नौवें महीने में खजूर खाने के भी बड़े फायदे होते हैं। यह बच्चेदानी का मुंह को खोलने में मदद करता है। ऐसा करने के लिए एक गिलास गर्म दूध में तीन से चार खजूर डालें। दूध को अच्छी तरह उबाल कर छान लें। नौवें महीने में दूध में घी डालने से भी प्रसव के समय में काफी मदद मिलती है। एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच घी डालकर पिएं।

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इन सभी उपायों के साथ-साथ डॉक्टर के मार्गदर्शन में नियमित व्यायाम का भी बहुत महत्व है। साथ ही सही और समय पर खान-पान गर्भावस्था की कई समस्याओं को दूर करने में भी मददगार होता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी जीवनशैली पर पूरा ध्यान देने और जरूरी बदलाव करने की जरूरत होती है।

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