बच्चों को गुस्सा कब आता है?pregnancytips.in

Posted on Fri 11th Nov 2022 : 09:30

बच्चे का खेल-कूद करना हो या छोटी-मोटी शरारतें, इन सबको देखकर पेरेंट्स को बड़ा आनंद आता है। वहीं, अगर बच्चा खेल-कूद की उम्र में गुस्सा करना शुरू कर दे, तो यह व्यवहार माता-पिता के लिए सिरदर्द बन जाता है। ऐसे में मॉमजंक्शन बच्चों के क्रोध को कंट्रोल करने के टिप्स लेकर आया है। साथ ही हम बच्‍चों का गुस्‍सा होने के कारण भी विस्तार से बताएंगे।

चलिए, बच्‍चों का गुस्‍सा करने का कारण जानते हुए लेख की शुरुआत करते हैं।
बच्चों को गुस्सा क्यों आता है? |

बच्चों का क्रोध करना यानी गुस्सा होना एक सामान्य भावना है। खासतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चों में इसकी समस्या अधिक देखी जाती है। इसकी वजह से बच्चा कई बार हमउम्र बच्चों के साथ आक्रामक व्यवहार भी कर सकता है (1)। बच्चे को गुस्सा आने के पीछे क्या कारण हैं, यह आगे जानिए।
1. तनाव होने पर

अगर बच्चा अधिक तनाव लेता है, तो इससे उसपर नकारात्मक असर पड़ता है। इसके चलते बच्चों को गुस्सा आ सकता है (2)। ऐसे में अगर बच्चे पर पढ़ाई को लेकर या किसी आदत को लेकर दबाव डाला जाए, जिसे वह नापसंद करता है, तो इससे बच्चे को तनाव हो सकता है। इसके बढ़ने पर उसका स्वाभाव गुस्सैल हो जाता है।
2. पेरेंट्स का गुस्सैल व्यवहार

एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) द्वारा पब्लिश एक शोध में यह भी बताया गया है कि आक्रामक पेरेंटिंग का तरीका भी बच्चे को गुस्सैल बना सकता है। इस अध्ययन में पाया गया है कि जो माता-पिता अधिक गुस्सा करते हैं, उनके बच्चे में भी काफी हद तक गुस्सैल प्रवृति होती है (3)। इस आधार पर ऐसा कहा जा सकता है कि अगर बच्चे के सामने उसके पेरेंट्स लड़ाई-झगड़ा करते हैं या उसे बहुत ज्यादा डांटते-फटकारते हैं, तो तो बच्चा गुस्सैल हो सकता है।
3. व्यवहार संबंधी समस्या होने पर

कुछ स्थितियों में बच्चे का गुस्सा करना या अपना आपा खो देना, व्यवहार संबंधी डिसऑर्डर के कारण हो सकता है (4)। सीडीसी (सेंटर्स फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल) के अनुसार, अगर समय रहते इसका निदान न किया जाए, तो बढ़ती उम्र में बच्चे के लिए यह काफी गंभीर और चिंताजनक हो सकता है (5)।
4. भावनाओं पर नियंत्रिण न होना

बच्चा अपनी बढ़ती उम्र के साथ धीरे-धीरे सभी भावनाओं को नियंत्रित करना सीख जाते हैं। ऐसे में छोटी आयु के बच्चे अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना सीख ही रहे होते हैं। इस वजह से अगर कोई बात या हरकत से उसके मन को ठेस पहुंचाती है, तो इसके प्रति वह अपना गुस्सा जाहिर कर सकता है (6)।
5. पीयर प्रेशर

हमउम्र का प्रभाव यानी पीयर प्रेशर भी बच्चों को कई तरह से प्रभावित करता है, जिसमें पढ़ने-लिखने से लेकर, खेल, फैशन, गैजेट्स के इस्तेमाल जैसी कई बातें शामिल हैं (7)। एनसीबीआई के अनुसार, अगर बच्चा पीयर प्रेशर के कारण मन में निराशा महसूस करता है, तो भी उसे गुस्सा आ सकता है (6)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि हमउम्र का पीयर प्रेशर बच्चे को गुस्सैल बना सकता है।
6. उदास होने पर

घर में लड़ाई-झगड़ा, स्कूल व पढ़ाई-लिखाई में कठिनाई, बीमार होना या किसी मित्र से बिछड़ने पर मन में उदासी की भावना आ जाती है। कई बार यही भावना गुस्से के रूप में भी जाहिर हो सकती है, जो सामान्य है (8)। ऐसे में अगर किसी वजह से बच्चा नाखुश है, तो वह अपना दुख गुस्से के रूप में जाहिर कर सकता है।
7. तंग किये जाने पर (Bullying)

अक्सर बच्चा किस परेशानी या भावना से गुजर रहा है, इसके बारे में वह खुलकर नहीं बता पाता। इसका फायदा कुछ बड़े बच्चे या लोग उठा सकते हैं। स्कूल में या अन्य स्थानों पर बच्चे के साथ बुलिंग की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं। ऐसे में अगर बच्चे को सहपाठी या अन्य बच्चे तंग करते हैं, तो वह गुस्सैल स्वाभाव का हो सकता है (9)।
8. असफल होने पर

छोटे बच्चे व स्कूल जाने वाले बच्चे हर दिन कुछ नया सीखते हैं। कुछ वह स्कूल में सीखते हैं, तो कुछ वह अपने दोस्तों, सहपाठियों व आस-पास के वातावरण से भी देखते व सीखते हैं। ऐसे में अगर कोई बच्चा अपने मित्र या सहपाठी से पढ़ने में, खेलने में या किसी अन्य कार्य में कमजोर है, तो इस तरह से वो खुद को असफल समझ सकता है और बात-बात पर गुस्सा कर सकता है।

अगर बच्चा ज्यादा गुस्सा करता है, तो उसमें कई लक्षण आपको दिखेंगे, इन्हें जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें।
बच्चे में क्रोध की समस्या के लक्षण

बच्चे का क्रोधित होना ही, इस समस्या का अहम लक्षण है। इसके अलावा, गुस्से के कारण स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं, जो चयापचय स्वास्थ्य में परिवर्तन के साथ ही शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करते हैं। साथ ही अगर बच्चे में क्रोध की समस्या बढ़ गई है, तो उसमें निम्नलिखित लक्षण भी दिख सकते हैं

solved 5
wordpress 1 year ago 5 Answer
--------------------------- ---------------------------
+22

Author -> Poster Name

Short info