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गर्भावस्था में पहली बार अपने गर्भस्थ शिशु की हलचल महसूस करना एक रोमांचक और भावुक अवसर हो सकता है।
धीरे-धीरे आप गर्भ में अपने शिशु का हिलना-डुलना पहचानने लगती हैं, और आपको शिशु की ये हलचल उससे बातचीत करने की गुप्त भाषा जैसी लग सकती है।
जैसे-जैसे गर्भस्थ शिशु बड़ा होता जाता
इस महीने से बच्चे की किडनी, आंखें और भी कई अंगों का विकास होना शुरू हो जाता है। इसलिए इस महीने से गर्भ में भ्रूण का आकार भी बढ़ने लगता है। प्रग्नेंसी के तीसरे महीने से शरीर में कई तरह के बदलाव दिखने लगते हैं।
गर्भावस्था के तीसरे महीने में होने
पेट में उल्टा बच्चा (ब्रीच) होने का क्या मतलब है?
पूरी गर्भावस्था के दौरान आपका शिशु गर्भ में घूमता रहता है और अपनी अवस्था बदलता रहता है। जब आप गर्भावस्था के अंतिम चरण पर पहुंचती हैं, करीब 36 सप्ताह के आसपास तो अधिकांश शिशु श्रोणि में सिर नीचे वाली अवस्था में
उनका पेट बहुत छोटा होता है इसलिए वो एक ही बार में लंबी नींद नहीं ले सकते हैं। 6 महीने का होने के बाद शिशु 6 से 9 घंटे की नींद लेना शुरू करते हैं। शिशु की उम्र पर ही बेबी स्लीप शेड्यूल निर्भर करता है। एक या दो महीने
Continue reading wordpress ago hindi 0 views शिशु कौनसे महीने में बैठना शुरू करते हैं?
3 से 4 महीने का शिशु सिर ऊपर उठाना या अपने सिर को बैलेंस करना सीखता है, इस उम्र में उसके सिर की मांसपेशियां तेजी से मजबूत हो रही होती हैं। 5 से 6 महीने का शिशु को बैठने के लिए सहारे
विशेषज्ञ कहते हैं, वैसे तो पेट के बल सोने से खर्राटे और स्लीप एपनिया की समस्या में राहत मिल सकती है, लेकिन इसके कारण कुछ दीर्घकालिक समस्याओं का जोखिम बढ़ भी जाता है। पेट के बल सोने वाले कुछ लोगों में शरीर के कई हिस्सों में दर्द की समस्या हो
Continue reading wordpress ago hindi 0 viewsनवजात शिशु अपना अधिकांश समय या तो अपने पीठ के बल पलंग या पालने में लेटते हुए गुजार देते हैं, या फिर किसी की गोद में लेटकर घर की छत को देखते हुए बिता देते हैं। ऐसे में क्या आपने कभी उस शिशु को पलटकर, उसे पेट के बल लेटाने
Continue reading wordpress ago hindi 0 views ब्रेस्ट में जमे हुए दूध को ठीक करने के लिए 5 प्राकृतिक उपाय
स्तनपान कराने वाली मांओं को कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ता है, जिसमें से एक है स्तनों में दूध का जमना (Clogged Milk Duct)। गौरतलब है कि स्तनों में दुग्ध ग्रंथियों (Mammary Glands) से नलियों (Duct) के
स्तनपान से जीवन के बाद के चरणों में रक्त कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप का खतरा कम हो जाता है। स्तनपान से शिशु की बौद्धिक क्षमता भी बढ़ती है। इसका कारण यह है कि स्तनपान करानेवाली मां और उसके शिशु के बीच भावनात्मक रिश्ता बहुत मजबूत होता है। इसके अलावा
Continue reading wordpress ago hindi 0 views स्तनपान करते समय वजन कैसे बढ़ाएं
यदि आपका वजन कम है, तो स्तनपान आपके शरीर के लिए मुश्किल हो सकता है, इसलिए निश्चित रूप से, आप अपने और अपने बच्चे के लिए स्वस्थ रहने के लिए वह सब कुछ करना चाहती हैं जो आप कर सकते हैं! एक डॉक्टर आपको यह
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